Uttarakhand Stories

इन्तजार

By Anuj Bisht इन्तजार आज फिर वो उस कच्ची सड़क की ओर देख रही थी जहा पर अकसर बस रुका करती थी घंटो बाद एक बस आई और धूल उडाती हुई चली गई मैं पास ही खेत की नहर में बैठा था, मैंने पूछा, क्या देख रही हो – माँ उसने कहा – अरे कुछ…